काले टमाटर की खेती: तिजोरी भरने का आसान तरीकाकाले टमाटर, जिन्हें “सुपरफूड” माना जाता है, एंथोसायनिन (एंटीऑक्सीडेंट) से भरपूर होते हैं। ये सेहत के लिए फायदेमंद होने के साथ-साथ किसानों को मुनाफा दिलाने का बेहतर जरिया भी हैं। आइए जानें इसकी खेती का सही तरीका:

जलवायु और मिट्टी की तैयारी
- जलवायु: गर्म और शुष्क मौसम (20-30°C) उपयुक्त। पाले से बचाव जरूरी।
- मिट्टी: दोमट मिट्टी, जिसमें जल निकासी अच्छी हो। pH 6-6.8 के बीच रखें।
- खेत की तैयारी: गहरी जुताई करें और गोबर की खाद (10-15 टन प्रति एकड़) मिलाएं।
बीज चयन और नर्सरी
- किस्में: ‘ब्लैक क्रिम’, ‘इंडिगो रोज’, या ‘ब्लैक चेरी’ जैसी उन्नत किस्में चुनें।
- बीज बुवाई: नर्सरी में बीज लगाएं। 25-30°C पर 7-10 दिन में अंकुरण होगा।
- पौध रोपण: 25-30 दिन बाद पौधों को मुख्य खेत में रोपें (दो पौधों के बीच 60-70 cm की दूरी)।
सिंचाई और खाद प्रबंधन
- सिंचाई: ड्रिप इरिगेशन से नमी बनाए रखें। फल लगने के बाद पानी कम करें।
- खाद: NPK (नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश) का संतुलित उपयोग करें। जैविक खाद (वर्मीकम्पोस्ट) भी फायदेमंद।
कीट और रोग नियंत्रण
- कीट: हॉर्नवर्म, सफेद मक्खी से बचाव के लिए नीम का तेल या कीटनाशक स्प्रे करें।
- रोग: ब्लाइट या फफूंदी रोकथाम के लिए बोर्डो मिश्रण (1%) का छिड़काव करें।
देखभाल और कटाई
- सहारा दें: पौधों को बांस या रस्सी से सहारा दें ताकि फल जमीन को न छुएं।
- कटाई: 80-90 दिन बाद फल गहरे बैंगनी-काले रंग के होने पर तोड़ें। एक पौधे से 5-7 kg उपज संभव।
मार्केटिंग और मुनाफा
- बाजार: ऑर्गेनिक स्टोर्स, होटल, या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (बिगबास्केट, नेचरबास्केट) पर बेचें।
- कीमत: ₹200-₹500 प्रति kg तक (नियमित टमाटर से 5-10 गुना ज्यादा)।
- आय: एक एकड़ से 8-10 टन उपज और ₹10-15 लाख तक कमाई संभव (लागत घटाकर)।
सरकारी सहायता
- कृषि विभाग से बीज सब्सिडी या प्रशिक्षण लें। “परंपरागत कृषि विकास योजना” (PKVY) जैसी योजनाओं का लाभ उठाएं।
नोट: शुरुआत छोटे स्तर से करें, बाजार की मांग पहले समझें। काले टमाटर की खेती न केवल सेहत बनाएगी, बल्कि किसानों को “लाखपति” भी बना सकती है! 🌱💰